भगत सिंह के जन्म और परवरिश की कहानी । भगत सिंह: एक अद्वितीय योद्धा की कहानी
*भगत सिंह का जन्म:*
28 सितंबर 1907 को, एक सिख परिवार में, भगत सिंह का जन्म हुआ था। हालांकि कुछ साक्षात्कार इसे 27 सितंबर 1907 को भी बताते हैं। उनके पिता का नाम सरदार किशन सिंह और माता का नाम विद्यावती कौर था।
*शिक्षा और साहस:*
अमृतसर में जन्मे भगत सिंह ने जलियाँवाला बाग हत्याकंड के बाद अपनी सोच को साकार करते हुए, लाहौर के नेशनल कॉलेज़ की पढ़ाई छोड़कर भारतीय आज़ादी के लिए संघर्ष करने का निर्णय लिया।
*क्रांतिकारी सोच:*
1922 में चौरी-चौरा हत्याकांड के बाद, भगत सिंह ने गाँधीजी के अहिंसात्मक आंदोलन से निराश होकर सशस्त्र क्रांति का समर्थन किया। उन्होंने चन्द्रशेखर आजाद के साथ मिलकर "हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन" की स्थापना की, जो तत्कालीन ब्रिटिश शासन के खिलाफ थी।
*क्रांतिकारी हकीकत:*
1929 में, भगत सिंह ने आंग्लो-इंडियन पुलिस अफसर जेएपी सांडर्स की हत्या का आरोपी बनकर अपने साहस और दृढ़ निर्णय का परिचय दिया। उन्होंने ब्रिटिश संसद भवन में बम फेंकने का कार्य किया और गिरफ्तार हो गए।
*अद्वितीय योद्धा की शहादत:*
भगत सिंह को 23 मार्च 1931 को काकोरी काण्ड में साजिए गए दूसरे क्रांतिकारियों के साथ मिलकर फाँसी की सजा हुई। उनकी शहादत ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को नई ऊँचाइयों तक पहुंचाया।
भगत सिंह की यह अद्वितीय कहानी हमें साहस, उत्साह, और देशभक्ति की प्रेरणा देती है। उनका बलिदान हमारी आज़ादी की महक को आज भी महसूस कराता है। 🇮🇳

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