शहीद भगत सिंह की ख्याति और सम्मान की जानकारी। शहीद भगत सिंह: एक अद्भुत योद्धा की अमर कहानी
भगत सिंह, जिन्होंने अपनी शौर्यगाथा में देश के लिए अपने प्राणों की क़ुर्बानी दी, ने लाहौर के दैनिक ट्रिब्यून और न्यूयॉर्क के एक पत्रिका डेली वर्कर में छपी ख़बरों के माध्यम से विश्वभर में अपनी महानता की छवि बनाई।
उनके उदाहरण ने मार्क्सवादी पत्रों और अन्य स्थानीय पत्रिकाओं में उच्च प्रशंसा पैदा की, परंतु भारत में उन दिनों इस प्रकार की सूचनाओं का प्रसार नहीं हो पाया था।
पेरियार ने उनके लेख "मैं नास्तिक क्यों हूँ?" के माध्यम से उनकी महानता की प्रशंसा की, जिसमें उनकी शहादत को ब्रिटिश साम्राज्यवाद के ख़िलाफ एक विजय के रूप में देखा गया।
भारत और पाकिस्तान की जनता आज भी भगत सिंह को एक आज़ादी के योद्धा के रूप में सम्मानित करती है, जिन्होंने अपनी जीवन समर्पित करके देश के लिए अद्वितीय सेवा की। उनका योगदान हिन्दी फ़िल्मों के चरित्रों को भी प्रेरित करता रहा है।

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