भारत में पाए जाने वाले प्रमुख आम और उनकी विशेषताएं |
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नमस्कार दोस्तों -
भारत को आमों की भूमि कहा जाए तो गलत नहीं होगा। यहां हर क्षेत्र में अलग स्वाद, रंग और खुशबू वाले आम मिलते हैं। भारत दुनिया में आम का सबसे बड़ा उत्पादक देश है और हर साल गर्मी के मौसम में आम का स्वाद लोगों की जुबान पर चढ़ जाता है। इस ब्लॉग पोस्ट में हम भारत में पाई जाने वाली प्रमुख आम की किस्मों के बारे में विस्तार से जानेंगे —
उनके स्वाद, आकार, उत्पत्ति स्थान, और विशेषताओं के साथ।
1 . बादामी – कर्नाटक का अल्फांसो
उत्पत्ति स्थान: बादामी, कर्नाटक
मौसम: मई से जुलाई
खासियत:
अल्फांसो से मिलता-जुलता स्वाद।
इसका रंग हल्का पीला और गूदा रेशे रहित होता है।
राज्य में यह सबसे ज़्यादा बिकने वाली किस्मों में से एक है।
2. केसर – जूनागढ़ की मिठास
उत्पत्ति स्थान: जूनागढ़, गुजरात
मौसम: मई से जुलाई
खासियत:
इसे "आमों की रानी" कहा जाता है।
इसका रंग केसरिया होता है और स्वाद हल्का तीखा-मीठा होता है।
ज्यूस और मिठाइयों के लिए उपयुक्त।
3. लंगड़ा – बनारसी स्वाद
उत्पत्ति स्थान: वाराणसी, उत्तर प्रदेश
मौसम: जून से अगस्त
खासियत:
इसका आकार मध्यम होता है और छिलका हरा ही रहता है पकने पर भी।
स्वाद में अत्यंत मीठा और थोड़ा खट्टापन लिए होता है।
लंबी शेल्फ लाइफ के कारण व्यापारियों में लोकप्रिय।
4. चौसा – कुरुक्षेत्र की खासियत
उत्पत्ति स्थान: हरियाणा और उत्तर भारत के कुछ हिस्से
मौसम: जुलाई से अगस्त
खासियत:
इसका गूदा बहुत रसदार होता है।
इसे आमतौर पर हाथ से दबाकर चूसा जाता है।
चौंसा आम का नाम शेर शाह सूरी के समय से प्रचलित है।
5. दशहरी – नवाबी स्वाद
उत्पत्ति स्थान: लखनऊ, मलिहाबाद (उत्तर प्रदेश)
मौसम: जून से जुलाई
खासियत:
इसका स्वाद बहुत ही मीठा और मुलायम होता है।
इसकी खुशबू दूर से ही पहचान में आ जाती है।
बच्चों से लेकर बूढ़ों तक सभी के पसंदीदा।
6. बंगनपल्ली (सफेदा) – आंध्र प्रदेश का सफेद सोना
उत्पत्ति स्थान: आंध्र प्रदेश
मौसम: अप्रैल से जून
खासियत:
इसका आकार बड़ा और रंग हल्का पीला होता है।
रेशे रहित, मीठा और मुलायम गूदा।
आमतौर पर शेक और डेज़र्ट में उपयोग किया जाता है।
7. तोतापुरी – दक्षिण भारत का अलग स्वाद
उत्पत्ति स्थान: कर्नाटक, आंध्र प्रदेश
मौसम: मई से जुलाई
खासियत:
इसका सिरा तोते की चोंच जैसा होता है, hence 'तोतापुरी'।
छिलका मोटा होता है, जिसे कई बार चबाकर खाया जाता है।
अचार, चटनी और पल्प इंडस्ट्री के लिए उपयुक्त।
8. नीलम – पूरे भारत में पाया जाने वाला आम
उत्पत्ति स्थान: प्रमुखतः आंध्र प्रदेश
मौसम: जून से अगस्त
खासियत:
छोटे आकार का, चमकदार पीला रंग।
खुशबूदार और रस से भरपूर।
देर से पकने वाला आम।
9. हिमसागर – बंगाल का रत्न
उत्पत्ति स्थान: पश्चिम बंगाल
मौसम: मई से जून
खासियत:
इसका रंग सुनहरा होता है और गूदा बिना रेशे का।
मिठास और सुगंध दोनों का संतुलन।
खासतौर पर पश्चिम बंगाल और ओडिशा में प्रिय।
10. अल्फांसो (हापुस) – महाराष्ट्र का गौरव
उत्पत्ति स्थान: रत्नागिरी, देवगढ़, कोंकण क्षेत्र
मौसम: अप्रैल से जून
खासियत:
इसे "आमों का राजा" कहा जाता है।
इसका गूदा रेशे रहित, सुनहरे रंग का और बहुत मीठा होता है।
निर्यात के लिए सबसे पसंदीदा किस्म।
मिठाइयों, आइसक्रीम और आमरस में इसका ज़्यादा उपयोग होता है।
भारत में आम की खेती का महत्त्व
भारत की कुल फल उत्पादन का लगभग 40% आम से आता है।
उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, बिहार, और महाराष्ट्र मुख्य उत्पादक राज्य हैं।
निर्यात में भारत की आम किस्में जैसे अल्फांसो और केसर विश्व भर में लोकप्रिय हैं।
आम का इस्तेमाल न केवल खाने के रूप में बल्कि अचार, जूस, जैम, कैंडी और स्किन केयर प्रोडक्ट्स में भी होता है।
आम खाने के फायदे –
आम सिर्फ स्वाद में ही नहीं, बल्कि सेहत में भी नंबर वन है। यह गर्मियों का सबसे लोकप्रिय और पोषण से भरपूर फल है। आइए जानें इसके कुछ खास फायदे:
1. पाचन ठीक रखे: फाइबर और एंजाइम्स से पाचन सुधरता है।
2. इम्युनिटी बढ़ाए: विटामिन C और A रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हैं।
3. स्किन चमकदार बनाए: एंटीऑक्सिडेंट्स से त्वचा ग्लो करती है।
4. वजन बढ़ाने में सहायक: दुबले लोगों के लिए आम बहुत फायदेमंद है।
5. आंखों की रोशनी बढ़ाए: बीटा-कैरोटीन से आंखें स्वस्थ रहती हैं।
नोट: गर्मियों में सीमित मात्रा में आम खाएं ताकि शरीर को ज़्यादा गर्मी न लगे।
निष्कर्ष:
भारत के आम केवल एक फल नहीं, बल्कि संस्कृति, स्वाद और मौसम का जश्न हैं। हर क्षेत्र का आम एक अलग कहानी कहता है — उसकी मिट्टी, पानी और परंपरा की। यदि आप आम के शौकीन हैं, तो इस बार गर्मियों में इन सभी किस्मों का स्वाद चखने की कोशिश ज़रूर करें।











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